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HDB आईपीओ में निवेश करें या ना करे जानिये।

एचडीएफसी की ताक़त के साथ लांच हुआ एचडीबी आईपीओ 

HDB Financial Services, भारत के सबसे भरोसेमंद और मजबूत बैंक HDFC Bank की सहायक कंपनी है।इससे कंपनी को संचालन, फंडिंग और कस्टमर बेस में बड़ा फायदा मिलता है।वर्तमान में HDFC बैंक, HDB फाइनेंशियल सर्विसेज में 94.6% हिस्सेदारी रखता है और इस IPO के माध्यम से अपनी हिस्सेदारी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा घटाएगा।यह कदम नियामकीय दिशानिर्देशों और पूंजी के बेहतर प्रबंधन (capital optimization) के उद्देश्य से उठाया जा रहा है।यह IPO दो हिस्सों में विभाजित होगा एक तो यह की ₹10,000 करोड़ का ऑफर फॉर सेल ,जो कि HDFC बैंक द्वारा अपनी हिस्सेदारी बेचने के लिए लाया जा रहा है,और दूसरा यह की ₹2,500 करोड़ का फ्रेश इक्विटी इश्यू, जिससे कंपनी में नई पूंजी आएगी।HDFC बैंक द्वारा अपनी हिस्सेदारी बेचने के लिए लाया जा रहा है,यह अब तक का सबसे बड़ा NBFC IPO है (₹12,500 करोड़)।मतलब एक गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) एक वैधानिक रूप से पंजीकृत कंपनी होती है, जो वित्तीय सेवाएँ प्रदान करती है—जैसे कि ऋण (लोन), शेयर बाज़ार में ट्रेडिंग, और शेयर अधिग्रहण (acquisition) आदि।पारंपरिक बैंकों के विपरीत, NBFC के पास बैंकिंग लाइसेंस नहीं होता, और ये सामान्य बैंकिंग प्रणाली के बाहर काम करती हैं।इसके बावजूद, NBFCs भारत की वित्तीय व्यवस्था में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। ये उन व्यक्तियों और व्यवसायों के लिए वैकल्पिक ऋण और निवेश के स्रोत बनती हैं, जिन्हें पारंपरिक बैंकिंग से फंडिंग प्राप्त नहीं हो पाती।

प्राइस बैंड के आधार पर, इश्यू के बाद बाज़ार पूंजीकरण 58,205 करोड़ रुपये से 61,388 करोड़ रुपये के दायरे में रहने की उम्मीद है। ये शेयर एनएसई और बीएसई दोनों पर लिस्ट किए जाएंगे। आईपीओ का प्रबंधन 13 बुक-रनिंग लीड मैनेजर (बीआरएलएम) के एक संघ द्वारा किया जा रहा है, जिसमें गोल्डमैन सैक्स, मॉर्गन स्टेनली, एचएसबीसी, मोतीलाल ओसवाल, जेएम फाइनेंशियल और अन्य शामिल हैं।

एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज आईपीओ 25 जून, 2025 को सदस्यता के लिए खुलेगा, और आईपीओ की अंतिम तिथि 27 जून, 2025 है। इसके बाद, निवेशकों को सोमवार, 30 जून, 2025 को आवंटन की स्थिति के बारे में अपडेट होने की उम्मीद है।

जिन निवेशकों को शेयर आवंटित किए गए हैं, वे 1 जुलाई, 2025 को उनके डीमैट खाते में जमा होने की उम्मीद कर सकते हैं। ये शेयर बुधवार, 2 जुलाई, 2025 को एनएसई और बीएसई पर सूचीबद्ध होंगे।

आईपीओ में शेयरों का एक नया मुद्दा और बिक्री के लिए एक प्रस्ताव दोनों शामिल हैं। आईपीओ प्राइस बैंड 700 रुपये से 740 रुपये प्रति शेयर के बीच निर्धारित किया गया है। इच्छुक निवेशक आईपीओ के लिए आवेदन करने के लिए इस बैंड के भीतर एक मूल्य चुन सकते हैं।कंपनी की लोन बुक, रेवेन्यू और कलेक्शन अच्छे स्तर पर हैं।NBFC सेक्टर में इसकी स्थिति मजबूत है।🪙 ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) सकारात्मक अभी का GMP ₹74–₹89 है, जो दर्शाता है कि लिस्टिंग पर 10-12% का लाभ संभव है।लेकिन ध्यान दे रिस्क भी समझे

जोखिमविवरण
📉 एनबीएफसी सेक्टर संवेदनशीलब्याज दरों और क्रेडिट डिफॉल्ट्स पर निर्भर करता है।
💼 कर्ज पर निर्भरताकंपनी का डेब्ट-टू-इक्विटी अनुपात ~5.85x है, जो थोड़ा ज्यादा है।
📊 लाभ में गिरावटFY25 में PAT में 12% की गिरावट दर्ज हुई है।

सभी जानकारी समझे और उसके बाद ही निवेश करे ।

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